नाच रे मोरा मराठी कविता - Naach re mora marathi poem class 5 in hindi

नाच रे मोरा मराठी कविता - Naach re mora marathi poem class 5 in hindi

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नाच रे मोरा, आंब्याच्या वनात नाच रे मोरा नाच ढगांशी वारा झुंजला रे काळा काळा कापूस पिंजला रे आता तुझी पाळी, वीज देते टाळी फुलव पिसारा नाच, नाच रे मोरा ... झरझर धार झरली रे झाडांची भिजली इरली रे पावसात न्हाऊ, काहीतरी गाऊ करुन पुकारा नाच, नाच रे मोरा ... थेंब थेंब तळ्यात नाचती रे टपटप पानांत वाजती रे पावसाच्या रेघात, खेळ खेळू दोघांत निळया सवंगडया नाच, नाच रे मोरा ... पावसाची रिमझिम थांबली रे तुझी माझी जोडी जमली रे आभाळात छान छान सात रंगी कमान कमानीखाली त्या नाच नाच रे मोरा … नाच रे मोर, आम के वन मे नाच रे मोर नाच बादलों से हवा ने संघर्ष किया रे काली काली कपास बनाली रे अब तेरी बारी, बिजली देती है ताली खिलाओ पंख नाच, नाच रे मोर... तेज धार गिर गयी रे पेडो की टोपिया भीग गई रे बारीश मे नहाते है, कुछ तो गाते है करके पुकार नाच, नाच रे मोर... बुंद बुंद तालाब मे नाचती है रे टपटप पानो मे बजती है रे बारीश के रेषो मे, खेल खेलते है दोनो मे नीले साथी नाच, नाच रे मोर नाच बारीश की रिमझिम रुक गयी रे तेरी मेरी जोडी बन गयी रे आसमान मे खूब-खूब सात रंगो का मेहराब उस मेहराब के नीचे नाच नाच रे मोर नाच ...

कविता मे आए हुए मराठी शब्द और उनका हिन्दी अर्थ:

आंबा = आम,  आंब्याच्या = आम के, ढग = बादल, ढगांशी  = बादलो से   हवा = वारा,

काळा = काला,  कापूस = कपास, वन = वन (जंगल), वनात = वन मे

पिंजणे = कपास से बीज अलग करना और उसके बाद अच्छी, साफ कपास बनाना

'पिंजणे' इस शब्द के लिए हमे हिन्दी मे कोई शब्द नही मिला 

ईसीलिए 'कापूस पिंजणे = कपास बनाना' (ऐसा अर्थ मान लेते है) 

तो ईसी अर्थ से 'कापूस पिंजला = कपास बनाली' ऐसा अर्थ हो जाएगा

आता = अब, तुझी = तेरी, पाळी = बारी, वीज = बिजली, देणे = देना देते = देती है

टाळी = ताली फुलवणे = खिलाना (फूल खिलाना) फूलव = खिलाओ

फुलणे = खिलना (फूल खिलना)

पिसारा = मोर या किसी भी पक्षी के पूछ पर जो पंख के अंग होते है उस अंग को पूछ के साथ मिलकर पिसारा कहते है

'पिसारा' इस शब्द के लिए हमे हिन्दी मे कोई शब्द नही मिला, आप इसे 'पक्षी की पूछ' ऐसा मान सकते है

झरझर = तेज, धार = धार / धारा (बारीश की), झरली = गिर गई, झाड = पेड

झाडांची = पेडो की, भिजणे = भिगणा,  भिजली = भिग गई

इरले = टोपी (बारीश से बचने के लिए उपयोग की जाने वाली विशिष्ट टोपी),  इरली = टोपीया

पाऊस = बारीश, पावसात = बारीश मे, नहाणे/न्हाणे = नहाणा,

न्हाऊ =(चलो) नहाते है, काहीतरी = कुछ तो / कुछ भी, गाणे = गाना (गाणा गाना)

करणे = करना,  करून = कर के, पुकारणे = पुकारणा

पुकारा = पुकारणे की क्रिया, नाचणे = नाचना,  नाच = नाच, नाचती = नाचती (है)

थेंब = बूंद, तळे = तालाब,  तळ्यात = तालाब मे

टपटप = टपटप (बूंद के गिरणे की आवाज), पान = पत्ता / पन्ना (पेड, किताब का)

पानांत = पत्तो मे, वाजणे = बजना,  वाजती = बजती है, रेघ = रेषा / रेखा

रेघात = रेषा मे, खेळ = खेल, खेळू = (चलो) खेलते है, दोघे = दो जने

दोघांत = दोनो मे / दो जनो मे, निळा = निला,  निळ्या = निले,  सवंगडी = साथी,

रिमझिम = रिमझिम (बारीश की आवाज), थांबणे = रुकना, थांबली = रुक गयी

माझी = मेरी, जोडी = जोडी, जमणे = बन जाना (यारी / दोस्ती), जमली = बन गयी

आभाळ = आसमान,  आभाळात = आसमान मे, छान = खूब (जैसे बहुत खूब)

सात = सात, रंग = रंग, रंगी = रंगो की, कमान = मेहराब, 

कमानीखाली = मेहराब के नीचे, त्या = उस

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